Harmanpreet Singh Biography
Harmanpreet Singh भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान और दुनिया के शीर्ष ड्रैग-फ्लिक विशेषज्ञों में से एक हैं। उनका जन्म 6 जनवरी 1996 को पंजाब के अमृतसर जिले के जंडियाला गुरु गांव में हुआ था।
हरमनप्रीत ने अपने करियर की शुरुआत बचपन में ही की, जब उन्होंने खेतों में अपने परिवार की मदद करते हुए अपनी शारीरिक क्षमता को बढ़ाया। बाद में, उन्होंने जालंधर की सुरजीत अकादमी से हॉकी की बारीकियां सीखीं, जहाँ उनकी प्रतिभा को पहचाना गया और उन्होंने जूनियर स्तर पर कई अहम टूर्नामेंटों में हिस्सा लिया।
हरमनप्रीत सिंह ने 2015 में भारतीय सीनियर हॉकी टीम के लिए पदार्पण किया और जल्दी ही टीम में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित हो गए।
उनकी ड्रैग-फ्लिक की ताकत और सटीकता ने उन्हें भारतीय हॉकी का एक प्रमुख चेहरा बना दिया। 2021 के टोक्यो ओलंपिक में, हरमनप्रीत ने भारतीय हॉकी टीम को 41 साल बाद एक ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने उस टूर्नामेंट में कुल छह गोल किए, जो कि टीम के लिए सबसे अधिक थे।
हरमनप्रीत को 2022 में एफआईएच प्लेयर ऑफ द ईयर का पुरस्कार मिला, जो लगातार दूसरे वर्ष उन्हें मिला। 2023 में, उन्होंने भारतीय टीम को एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने में मदद की, जहाँ उन्होंने 13 गोल किए, जिसमें फाइनल में जापान के खिलाफ दो गोल भी शामिल थे।
उनके नेतृत्व में, भारत ने एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2023 भी जीती, जो उनके कप्तानी के करियर की एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि थी।
हरमनप्रीत सिंह वर्तमान में भारतीय हॉकी टीम का नेतृत्व पेरिस 2024 ओलंपिक में कर रहे हैं, जहाँ टीम स्वर्ण पदक जीतने के लक्ष्य के साथ प्रतिस्पर्धा कर रही है।
उनकी कप्तानी और खेल के प्रति समर्पण ने उन्हें न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक सम्मानित खिलाड़ी बना दिया है। उनकी कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो अपने कठिनाइयों को पार करके सफलता हासिल करना चाहते हैं।