आप कल्पना नहीं कर सकते! गणित के अध्यापक हमने एक नंबर के साथ कहा- मैं तुममें से जो एक नंबर कर सकेगा उसे एक जोरी जूते उपहार में दूँगा।
सभी विद्यार्थीयों ने सही उत्तर दिया।
टीचर: मै सब को जूता नहीं दे सकता हूँ। एक काम करता हूं, लॉटरी बॉक्स बनाता हूं उसमें अपना नाम और रोल नंबर लिखे रखो। छात्र सब अपने नाम और रोल नंबर लिखकर बॉक्स में डाल दिया।
शिक्षक ने डिब्बे को थोड़ा हिलाया और अपनी आंखें बंद कर ली और कागज का एक टुकड़ा उठा लिया।
शिक्षक: क्या मैं नाम पढ़ूं?
छात्र एक साथ बोले, पढ़िए सर। पूरी क्लास में पेन ड्राँप साइलेंस, सब सांस लेने की आवाज, अध्यापक ने पढ़ा, अब्दुल, रोल नंबर 1। विद्यार्थियों ने ताली बजाकर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले बालक को बधाई दी।
अगले दिन अध्यापक एक जोड़ी जूते लेकर आये और बोले, तुम सब लोग उन्हें जूते दिखाओ। शिक्षक की आंखों में आंसू देखकर सहायक शिक्षक ने शिक्षण कक्ष में जाकर पूछ। सर, आपकी आंखों में आंसू क्यों। शिक्षक जूतों की कहानी बताते हुए कहते हैं कि अब्दुल स्कूल में एक मात्र छात्र है जो नंगे पैर स्कूल में आता है।
मैंने उसके बारे में सोचा और उसे एक कठिन अंक दिया। सभी ने संख्या का सही उत्तर दिया। मुझे सबसे ज्यादा आश्चर्य तब हुआ जब मैंने लॉटरी बॉक्स खोलें और देखें कि सभी छात्रो ने अपना नाम नहीं लिखा, बल्कि अब्दुल, रोल नंबर 1 लिखा, जिससे अब्दुल को एक जोड़ी जूते मिले।
बह छात्र कोई और नहीं बल्कि है,
ए.पी.जे अब्दुल कलाम सर
भारत के पूर्व राष्ट्रपति
जय हिंद जय भारत 🌹