भारत के पहले गोल्डन बॉय अभिनव बिंद्रा को ओलंपिक समिति द्वारा " ओलंपिक आँर्डर ऑफ मेरिट" से सम्मनित किया गया है।
2006 में बिजिंग ओलंपिक में उन्होंने जो किया वह भारतीय खेल मानचित्र पर एक विशेष मिल का पत्थर था। बिंद्रा ने ओलंपिक में पहला सार्ण व्यक्तिगत वर्ग में जीता।
उन्होंने निशानेबाजी में देश को पहला शर्ण दिलाया। जो मिल्खा सिंह ने नहीं कर सके, जो पीटी उषा नहीं कर सकी, बिद्रा ने कर दिखाया। उन्होंने सोना लाया और देश को गैरवान्वीत किया। सबसे पहले हर चीज का अलग-अलग महात्मा होता है।
उन्होंने निशानेबाजी में देश को पहला शर्ण दिलाया। जो मिल्खा सिंह ने नहीं कर सके, जो पीटी उषा नहीं कर सकी, बिद्रा ने कर दिखाया। उन्होंने सोना लाया और देश को गैरवान्वीत किया। सबसे पहले हर चीज का अलग-अलग महात्मा होता है।
बिंद्रा ओलंपिक समिति के लिए एक किंवदंति बन गए हैं। उन्होंने हाल ही में पेरिस में एक बैठक के माध्यम से भारतीय निशानेबाज को ओलंपिक आँर्डर ऑफ़ मेरिट से सम्मानित किया।
ओलंपिक समिति की बैठक 10 अगस्त को पेरिस में होगी। बैठक के अंत में बिंद्रा को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जाएगा। बिंद्रा के बिजिंग से स्वर्ण पदक जीतने के बाद भारतीय एथलितों का आत्मविश्वास बढ़ा। तब से भारत द्वारा प्राप्त सोने की संख्या में भी वृद्धि हुई है। उनके स्वर्ण ने भारतीय एथलीटों का उत्साह बढ़ाया तिया।