प्रयागराज में कुंभ मेले की चर्चा जोरों पर है। ऐसे में कुंभ में कई तरह के साधु-संन्यासियों का जमावड़ा होता है। इनमें कई पढ़े-लिखे साधु-संत भी होते हैं।
इन्हीं में से एक हैं प्रत्यंगीरा नाथ, जो महिला अघोरी हैं और इस समय प्रयागराज कुंभ में हैं। हैरानी की बात यह है कि यह महिला अघोरी काफी पढ़ी-लिखी और शादीशुदा हैं। प्रत्यंगीरा नाथ हैदराबाद की रहने वाली हैं। उन्होंने कंप्यूटर एप्लीकेशन में ग्रेजुएशन किया है। उन्होंने एचआर में एमबीए भी किया है।
अघोरी बनने से पहले थीं सॉफ्वेयर इंजीनियर
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, अघोरी बनने से पहले प्रत्यंगीरा नाथ एक मशहूर सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करती थीं। जानकारी के अनुसार, उनकी शादी 2007 में हुई थी। उनकी एक बेटी भी है, लेकिन 8 साल पहले उन्होंने सबकुछ छोड़कर श्मशान का रास्ता चुना और महिला अघोरी बन गईं। आमतौर पर महिलाओं को श्मशान या कब्रिस्तान में जाने की इजाजत नहीं होती, लेकिन ये महिला अघोरी श्मशान में ही शिव साधना करती हैं।
महिला अघोरी गले में पहनती है मानव खोपड़ी और रुद्राक्ष की माला
जानकारी के अनुसार, महिला अघोरी गले में मानव खोपड़ी और रुद्राक्ष की माला पहनती हैं। साथ ही ये काले कपड़े पहनती हैं और सिर पर काली पगड़ी और एक खास अंगूठी पहनती हैं। प्रत्यंगिरा भगवान शिव और मां काली की पूजा केवल रात में ही करती हैं। इस महिला अघोरी का कहना है कि वह लोगों के कल्याण के लिए अघोरी बनी है। वह सबकी मदद करना चाहती है। वह कहती है कि वह दैवीय ऊर्जा से लोगों के दुख दूर करना चाहती है।