Yuvraj Singh भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक माने जाते हैं। अपने बेहतरीन शॉट चयन और आक्रामक रवैये के लिए मशहूर, युवराज ने 17 साल तक भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 402 मैचों में 11778 रन बनाए और 150 विकेट लिए। उनका जन्म 12 दिसंबर 1981 को योगराज सिंह और शबनम सिंह के घर हुआ था। युवराज के पिता, योगराज सिंह, एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं।
Indian Cricketer Yuvraj Singh
उन्हें सबसे पहले प्रसिद्धि तब मिली जब उन्होंने अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी के फाइनल में बिहार के खिलाफ 358 रन बनाए। 2000 के अंडर-19 विश्व कप में उनके बेहतरीन प्रदर्शन के बाद उन्हें "मैन ऑफ द टूर्नामेंट" का खिताब मिला।
Yuvraj Singh ने अपना पहला एकदिवसीय मैच 2000 के चैंपियंस ट्रॉफी में केन्या के खिलाफ खेला। उन्होंने 2002 नेटवेस्ट सीरीज के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 69 रनों की शानदार पारी खेलकर भारत को जीत दिलाई। 2007 टी20 विश्व कप में युवराज ने स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में लगातार 6 छक्के लगाए, और टी20 क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक (12 गेंदों में) का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
2011 विश्व कप में, युवराज ने बल्ले और गेंद दोनों से अद्भुत प्रदर्शन किया। उन्होंने 362 रन बनाए और 15 विकेट लिए, जिससे उन्हें "मैन ऑफ द टूर्नामेंट" का खिताब मिला। इसी दौरान उन्हें कैंसर का पता चला, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया।
Yuvraj Singh ने 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया। वे "अर्जुन पुरस्कार" (2012) और "पद्मश्री" (2014) जैसे राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं। कैंसर से जूझने के बाद, उन्होंने "YouWeCan" नामक एनजीओ की स्थापना की, जो कैंसर रोगियों की मदद करता है।
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युवराज ने 2016 में अभिनेत्री हेजल कीच से शादी की। उन्होंने अपने जीवन और संघर्षों को लेकर एक आत्मकथा भी लिखी है जिसका नाम है, "The Test of My Life: From Cricket to Cancer and Back"।