भवानी देवी एक प्रशंसित भारतीय तलवारबाज हैं, जो तलवारबाजी के खेल में अपने योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं। 27 अगस्त,1993 को चेन्नई, तमिलनाडु में जन्मी।
भवानी देवी की तलवारबाजी की दुनिया में यात्रा छोटी उम्र में ही शुरू हो गई थी। उन्होंने अपार प्रतिभा और समर्पण दिखाया, अंततः भारत की शीर्ष तलवारबाजों में से एक के रूप में प्रमुखता हासिल की।
भवानी देवी एपी में माहिर हैं। जो तलवारबाजी में इस्तेमाल किए जाने वाले तीन हथियारों में से एक है, अन्य दो फ़ाँइल और कृपान हैं। खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और कठोर प्रशिक्षण का फल तब मिला जब वह ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली पहली भारतीय तलवारबाज बनी।
उन्होंने टोक्यो 2020 ओलंपिक के लिए यह उपलब्धि हासिल की, जो भारतीय तलवारबाजी के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था।ओलंपिक में उनकी भागीदारी न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि थी। बल्कि भारत में तलवारबाजी की दृस्यता को भी बढ़ावा देने वाली थी।
अपनी ओलंपिक सफलता के अलावा, भवानी देवी ने अंतरराष्ट्रीय मांच पर कई प्रशंसाएँ अर्जित की हैं। उन्होंने विश्व कप और एशियाई चैंपियनशिप सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया है। उनकी उपलब्धियों ने उन्हें वैश्विक तलवारबाजी समुदाय में पहचान और सम्मान दिलाया है।
भवानी देवी का अपने खेल के प्रति समर्पण उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों से कहीं आगे तक फैला हुआ है। वह कई महत्वाकांक्षी एथलिटों, खासकर महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
जो यह दर्शाती हैं कि दृढ़ता और काड़ी मेहनत से कोई भी प्रतियोगिता के उच्चतम स्तर तक पहुंच सकता है। उनकी यात्रा भारतीय खेलों में भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा और मार्ग प्रसस्था करती रहती है।