जब 13 साल के सरबजोट ने समर केंप में कुछ बच्चों को सूटिंग करते देखा तो वह दौड़कर अपने पिता के पास गया और बोला, "पापाजी, मैं भी सूटिंग सीखना चाहता हूं!"
अंबाला के एक छोटे किसान पिता को पता था किया उनके बेटे का सौक कोई साधारण सौक नहीं है। लेकिन उन्होंने अपनी ट्रेनिंग में कोई कमी नहीं आने दी।
उन्होंने सरबजोट को कोच अभिषेक राणा के मार्गदर्शन में अंबाला कैंट में एआर सूटिंग अकादमी में पेसेवर कोचिंग के लिए भेजा।
मुश्किलें आईं, लेकिन पिता जितेंद्र सिंह ने सरबजोट की ट्रेनिंग नहीं रुकने दी। और आज नतीजा सामने है।
ऐसे बेटे को सलाम और सलाम इस पिता के सोच को।।
जय हिंद जय भारत 🌹