PKL 2024: Patna Pirates’ young guns challenge established order
तीन बार के Pro Kabaddi league (PKL) चैंपियन, पटना पाइरेट्स, सीजन 11 में एक बार फिर से खिताब जीतने की प्रबल आकांक्षा के साथ उतरे हैं। पिछले सीजन के सेमीफाइनल में हार के बाद, टीम ने अपने स्क्वाड में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिससे उनकी रणनीति और भी रोचक हो गई है।
मजबूतियां:
पटना पाइरेट्स की सबसे बड़ी ताकत उनकी गहरी और विविधतापूर्ण टीम संरचना है। Pro Kabaddi Season 11 की नीलामी में, उन्होंने कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को शामिल किया, जिनमें डिफेंडर शुभम शिंदे (₹70 लाख) और ऑलराउंडर गुरदीप (₹59 लाख) प्रमुख हैं। रेडिंग विभाग में, सुधाकर एम, जिन्होंने अपने डेब्यू सीजन में 103 रेड पॉइंट्स जुटाए थे, टीम की अगुवाई कर सकते हैं। संदीप कुमार, जिन्होंने पिछले सीजन में 86 रेड पॉइंट्स हासिल किए थे, भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इसके अलावा, मीतू शर्मा (267 रेड पॉइंट्स) और जांग ली (471 रेड पॉइंट्स) जैसे अनुभवी खिलाड़ी टीम की आक्रमण शक्ति को बढ़ाते हैं।
कमजोरियां:
हालांकि Pro Kabaddi Teams में गहराई है, लेकिन पिछले सीजन के प्रमुख खिलाड़ियों के समान स्तर के प्रतिस्थापन की कमी एक चुनौती हो सकती है। प्रमुख रेडर सचिन और पूर्व कप्तान नीरज कुमार की अनुपस्थिति टीम को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा, पिछले सीजन के सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर कृष्णन (78 टैकल पॉइंट्स) की गैरमौजूदगी से डिफेंस कमजोर हो सकता है। जांग ली के अलावा, टीम में 60 से अधिक मैचों का अनुभव रखने वाले रेडर्स की कमी है, जो अनुभवहीनता को दर्शाता है।
अवसर:
अनुभव की कमी के बावजूद, यह नए खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का सुनहरा मौका है। सुधाकर एम और संदीप कुमार आक्रमण में नेतृत्व कर सकते हैं, जबकि शुभम शिंदे डिफेंस में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। शुभम ने पिछले सीजन में 62 टैकल पॉइंट्स हासिल किए थे, जो उनकी क्षमता को दर्शाता है।
खतरे:
टीम में वास्तविक ऑलराउंडरों की कमी संतुलन को प्रभावित कर सकती है। गुरदीप और अंकित जैसे ऑलराउंडरों के पास रेडिंग में सीमित अनुभव है, जिससे आक्रमण पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है। तीन बार की Pro Kabaddi Champion Team को उम्मीद है कि अनुभवी खिलाड़ी जांग ली और मीतू शर्मा अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे, विशेषकर जब वे पिछले कुछ सीजन में फॉर्म में नहीं रहे हैं।