भारत की स्टार वेटलिफ्टर Saikhom Mirabai Chanu, का सफर संघर्ष और दृढ़ संकल्प से भरा है। मणिपुर के एक छोटे से गाँव नोंगपोक काकचिंग में जन्मी Mirabai Chanu का बचपन बेहद साधारण था। आर्थिक तंगी के कारण उनका परिवार लकड़ियाँ इकट्ठा करके गुजारा करता था।
लेकिन मीराबाई ने कभी अपनी परिस्थितियों को अपने सपनों के आड़े नहीं आने दिया। बचपन से ही वेटलिफ्टिंग में रुचि रखने वाली Mirabai Chanu को गाँव से कोचिंग सेंटर तक पहुंचने के लिए कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था।
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उनकी मेहनत और जुनून रंग लाया, जब उन्होंने 2017 में Mirabai Charu Weightlifting World Championship में गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद, Mirabai Chanu Tokyo Olympics 2021 में सिल्वर मेडल जीतकर उन्होंने भारत को गौरवान्वित किया। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण थी।
Saikhom Mirabai Chanu का सफर यह सिखाता है कि यदि इरादे मजबूत हों और मेहनत सच्ची हो, तो कोई भी सपना साकार किया जा सकता है। आज वह हर युवा के लिए प्रेरणा हैं और भारतीय खेल जगत का चमकता सितारा।