Vaibhav suryavanshi, जो बिहार के समस्तीपुर जिले के मोतीपुर गांव से आते हैं, आज भारतीय क्रिकेट जगत में तेजी से उभरते हुए सितारे के रूप में पहचाने जा रहे हैं।
Vaibhav cricket की यात्रा बेहद खास रही है। बचपन से ही उन्हें क्रिकेट का शौक था और उनके पिता ने इस शौक को पहचानते हुए उन्हें समस्तीपुर के ब्रजेश झा क्रिकेट अकादमी में दाखिला दिलवाया। शुरुआती समय में, Vaibhav ने अपने खेल कौशल से सबको चौंका दिया, खासकर तब जब उन्होंने बिहार के अंतर-जिला अंडर-16 और अंडर-19 टूर्नामेंट्स में शानदार प्रदर्शन किया।
2024 में, Vaibhav suryavanshi cricketer age महज 13 साल की उम्र में, Vaibhav ने बिहार की रणजी टीम के लिए खेलते हुए इतिहास रच दिया। वह रणजी ट्रॉफी में खेलने वाले चौथे सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी बने। हालांकि, शुरुआती मैचों में वह थोड़ा घबराए हुए थे और विशेष प्रदर्शन नहीं कर पाए, लेकिन जल्दी ही उन्होंने अपनी फॉर्म हासिल की और अंडर-23 टीम के लिए शानदार पारियां खेलीं।
सितंबर 2024 में, Vaibhav suryavanshi under 19 भारतीय टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए सिर्फ 58 गेंदों में शतक ठोककर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। उनकी इस पारी में 14 चौके और 4 छक्के शामिल थे। यह पारी उन्हें भारतीय अंडर-19 क्रिकेट में सबसे तेज़ शतक बनाने वाला खिलाड़ी बना गई।
Vaibhav suryavanshi की यह उपलब्धि न केवल समस्तीपुर या बिहार के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह दिखाता है कि किस तरह से कठिनाइयों का सामना करते हुए भी एक खिलाड़ी शीर्ष पर पहुंच सकता है। उनके पिता ने उनके सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास किया और आज वैभव अपनी मेहनत से भारतीय क्रिकेट के भविष्य के रूप में उभर रहे हैं।