Sarita Kumari Asian Cycling Champion.
सरिता कुमारी, झारखंड की एक साधारण मजदूर परिवार की बेटी, ने एशियाई साइक्लिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया है।
सरिता कुमारी का जीवन संघर्ष और कड़ी मेहनत का प्रतीक है। वह एक छोटे से गाँव से आती हैं, जहाँ उनके माता-पिता मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करते हैं। इस आर्थिक कठिनाई के बावजूद, सरिता ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए साइक्लिंग को चुना और अपने खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
सरिता का सपना न केवल खुद को साइक्लिंग में स्थापित करना है, बल्कि अपने माता-पिता को एक बेहतर जीवन प्रदान करना भी है। उन्होंने अपने संघर्ष और मेहनत से यह साबित किया है कि आर्थिक कठिनाइयाँ किसी के सपनों को रोक नहीं सकतीं, बशर्ते आप में दृढ़ संकल्प और मेहनत करने की इच्छा हो।
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सरिता की इस सफलता ने न केवल उनके परिवार को गर्व महसूस कराया है, बल्कि पूरे झारखंड और देश को भी गौरवान्वित किया है।