जानसंख्या की दृष्टि से भारत प्रथम स्थान पर है। पदकों के मामले में ओलिंपिक काफ़ी पीछे हैं।
लेकिन तीसरा सबसे अधिक आबादी बाला देश होने के बावजूद अमेरिका ने अब तक 2959 पदक, रूस ने 2011, जर्मनी ने 1821, ग्रेट ब्रिटेन ने 950, फ्रांस ने 889, इटली ने 759, चीन ने 713, स्विडन ने 679, जापान ने 573 और नॉर्वे ने 568 पदक जीते हैं। इस लिस्ट में भारत काफ़ी पीछे है। भारत ने कुल मिलाकर केवल 35 पदक जीते।
भले ही हमारी आबादी 150 करोड़ है, फिर भी हम ओलिंपिक में ज्यादा पदक नहीं जीत पाते।
क्योंकि हम वास्तव में लोगों की प्रतिभा को पहचान और उसका पोषण नहीं कर सकते। चीन, अमेरिका, जर्मनी, जापान, ऑस्ट्रेलिया जैसे देश इन क्षेत्रों में हमसे मीलों आगे हैं। कई लोग कहते हैं की हमारे देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। यह 100 फीसदी सही है। लेकिन हम उन प्रतिभाओ को ढूंढने में असफलता हैं।
भारत सरकार से एकमात्र अनुरोध यह है की ओलिंपिक में भाग लेने वाले भारतीय प्रतियोगियों की संख्या बढ़ाई जाए और उन्हें पूर्ण प्रशिक्षण से सुसज्जित करने के लिए अपना समर्थन दिया जाए।
तभी हम ओलिंपिक जैसी बड़ी जगह पर अच्छे नतीजे हासिल कर पाएंगे।।
जय हिंद जय भारत 🌹