Harmilan Kaur Bains (born 23 July 1998) is an athlete from Punjab, India. She was selected for the Asian Games Indian athletics team...
पंजाब की मिट्टी में पैदा हुई एक ऐसी धाविका, जिसने अपने सपनों की उड़ान को ज़मीन की बेड़ियों से बांधने नहीं दिया—यह कहानी है हरमिलन कौर बैंस की।
हरमिलन का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ, लेकिन उनका हौसला किसी राजा से कम नहीं था। बचपन से ही दौड़ने का जुनून उनकी रगों में दौड़ता था। उनके पिता सुरजीत सिंह बैंस और माँ मधु बैंस, दोनों ही एथलेटिक्स से जुड़े थे, और उन्होंने अपनी बेटी को वही संस्कार दिए।
हरमिलन की शुरुआत छोटी उम्र से ही हुई थी। वह अपने पिता के साथ सुबह-सुबह ट्रेनिंग के लिए खेतों में दौड़ती थीं, और जैसे-जैसे दिन गुज़रते गए, उनका यह जुनून और बढ़ता गया। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें उस मुकाम तक पहुंचा दिया, जहां आज वह देश का नाम रौशन कर रही हैं।
2021 का वह ऐतिहासिक पल, जब हरमिलन कौर बैंस ने 1500 मीटर की दौड़ में 4:05.39 का समय निकालकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बना दिया, वह पूरे देश के लिए गर्व का क्षण था। उन्होंने 19 साल पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया, और यह साबित कर दिया कि पंजाब की मिट्टी से उपजे सपने आसमान को छूने का माद्दा रखते हैं।
उनकी यह सफलता रातोंरात नहीं आई, इसके पीछे छिपी है सालों की मेहनत, संघर्ष और कभी न हार मानने वाली सोच। हरमिलन ने न केवल अपने प्रदर्शन से दुनिया को चौंका दिया, बल्कि उन तमाम युवा धावकों के लिए प्रेरणा बन गईं, जो अपनी राह की मुश्किलों से डरते थे।
हरमिलन का सपना सिर्फ राष्ट्रीय रिकॉर्ड तक सीमित नहीं है। उनका लक्ष्य ओलंपिक में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतना है। और जिस तरह से वह अपने हर दौड़ में खुद को साबित करती हैं, वह दिन दूर नहीं जब उनके सपने साकार होंगे।
हरमिलन कौर बैंस की कहानी हमें सिखाती है कि चाहे कितनी भी मुश्किलें क्यों न हों, अगर हौसले बुलंद हों और कदमों में दम हो, तो रास्ते खुद-ब-खुद बन जाते हैं। उनकी सफलता की यह यात्रा एक प्रेरणा है, जो यह दिखाती है कि अगर दिल से चाहो, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं।।