मैंने अपनी मां से पूछा, मेरी आजादी कहां है?
उन्होंने उत्तर दिया, अब आजादी क्या है? सादी के बाद पति के साथ जो चाहे बो करें।
एक दिन सुबह-सुबह मैंने अपने पति से पूछा -अच्छा, लड़कियों को आजादी नहीं है?
उत्तर ए है की, आप सादी से पहले जो किया अब नहीं। लोग किया कहेगा? लड़का-लड़की पार्लिख़कर अपने पैरों पर खरा हो जाई, फिर आप जो चाहें बो कर सकते हैं।
मेरा बेटा आज 20 साल का हो गया। मैने कहा, अच्छा, मांओं की आजादी कहा हैं। क्या तुम बोल सकते हो?
मेरे बेटे ने गंभीर चेहरे के साथ उत्तर दिया और मुस्कुराते हुए कहा।
अब इस उम्र हैया जो आप चाहें? अपने जीबन में बहुत कुछ किया हैं, अब हमारा अनुसरण करने का प्रयास करें।
क्या आप जानते हौं, लड़कियों के पास आजादी नहीं है, उनके पास घर नहीं हैं,उन्हें दूसरेकी रूचि के अनुसार ढलना पड़ता है और सब कुछ देना पड़ता है।।
ए एक मां के मुहसे सुना हुए कहानी है।
जय हिंद जय भारत 🌹